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THE HIMALAYAN DISASTER: TRANSNATIONAL DISASTER MANAGEMENT MECHANISM A MUST

We talked with Palash Biswas, an editor for Indian Express in Kolkata today also. He urged that there must a transnational disaster management mechanism to avert such scale disaster in the Himalayas. http://youtu.be/7IzWUpRECJM

THE HIMALAYAN TALK: PALASH BISWAS TALKS AGAINST CASTEIST HEGEMONY IN SOUTH ASIA

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Friday, November 29, 2013

Fwd: Retiarment





रिटायरमेंट प्लानिंग से पहले 5 जरूरी बातें
ज्यादातर लोग अपने रिटायरमेंट के लिए प्लानिंग करते समय उत्साहित नहीं होते क्योंकि इस काम के लिए अलग से कोई इंसेटिव नहीं मिलते हैं। चूंकि इस काम के लिए हमें कोई अतिरिक्त फायदा या फिर हम इस बात के लिए राजी नहीं होते हैं। हालांकि एक बात का ध्यान रखना चाहिए कि रिटायरमेंट प्लानिंग सिर्फ पैसे के प्रबंध से नहीं जुड़ी है। पैसे से ज्यादा इस बात के लिए रिटायरमेंट की प्लानिंग करनी चाहिए कि आपके जीवन के सुकून के पल कैसे बीतने वाले हैं।
1. आप अपना खाली समय कैसे बिताने वाले हैं ?
2. आप किन जगहों पर घूमने जाएंगे ?
3. स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं को आप कैसे सुलझाएंगे ?
4. जो पूंजी आपने इकट्ठी की है, उसे किस के साथ बांटना चाहेंगे ?
5. अंत में आपकी आमदनी का जरिया क्या होगा ?
    
रिटायरमेंट प्लानिंग के लिए जरूरी टिप्स
समय की योजना बनाएं - बहुत से लोग सेवानिवृत्ति के बाद परेशान हो जाते हैं क्योंकि उन्होंने आने वाले खाली समय के कोई प्लानिंग नहीं की होती है। बहुत जरूरी है कि आप किसी ऐसे काम में खुद को लगाएं जो 8-12 घंटो के लिए आप को व्यस्त रख सके। ये बात सिर्फ घर के लोंगों के साथ ही लागू नहीं होती बल्कि एक होममेकर यानी गृहणी के साथ भी लागू होती है।
1. सामाजिक कार्यों के बारे में सोचें- अक्सर आपने बहुत से सामाजिक कार्य करने के बारे में सोचा होता है लेकिन आप उन्हें पूरा नहीं कर पाते क्योंकि आपके पास नौकरी के दौरान समय नहीं था या आपकी कुछ और प्राथमिकताएं होती हैं। रिटायरमेंट के बाद आप अपनी सभी ख्वाहिशें पूरी कर सकते हैं। इससे ना सिर्फ आप अपना खाली समय किसी अच्छे काम के लिए खर्च कर पाएंगे बल्कि इससे आपका दिमाग भी रुका हुआ सा नहीं महसूस करेगा।
2. अपने शौक पूरे करें- आपके शौक ना सिर्फ आपका समय काटने में मदद करेंगे बल्कि आपके पास अपनी कुशलता और अपने गुण संवारने का भी मौका है। किसी पुराने शौक को जिंदा करें या फिर किसी हॉबी क्लास को जॉइन करना काफी अच्छा विकल्प हो सकता है।
3. यात्रा की योजना बनाएं- हममे से ज्यादातर लोग अपनी नौकरी के दौरान कई जगहें नहीं घूम पाते हैं जिन्हें हम घूमना चाहते हैं। आपका रिटायरमेंट आपको उन सारी जगहों को घूमने का अवसर प्रदान करता है बशर्ते आपने इसके लिए पहले से ही पूंजी का इंतजाम करके रखा हो।
4. अपने स्वास्थ्य पर ध्यान दें- अगर आपने हेल्थ इंश्योरेंस करा रखा है तो आपकी रिटायरमेंट के बाद की जिंदगी कुछ बेफ्रिक भरी हो सकती है। लेकिन अगर आपने आपने नौकरी के दौरान इसकी योजना नहीं बनाई है तो इसे प्लान करने के लिए थोड़ी देर हो चुकी है क्योंकि आपकी सेवानिवृत्ति के समय बहुत से बीमारियां के घेरने की संभावना होती है।
अगर आपने रिटायरमेंट के बाद कोई हेल्थ पॉलिसी लेते हैं तो 4 साल के भीतर प्री-एक्जिजटिंग डिजीज कवर नहीं की जाएगी। इसलिए बेहतर है कि रिटायरमेंट प्लानिंग करते समय हेल्थ इंश्योरेंस के बारे में पहले से ही सोचकर रखें।
5. अपनी वसीयत लिखकर रखें- अपने पास पूंजी जमा करने के बाद एक अहम काम करना काफी जरूरी है- अपने प्रियजनों के लिए संपत्ति का बंटवारा करना। हालांकि भारत में इस तरह की सोच काफी कम लोगों की है। धनी से धनी व्यक्ति भी अपने जीवित रहते हुए संपत्ति का बंटवारा करके नहीं जाते (उदाहरण-धीरूभाई अंबानी)। जीवित रहते हुए वसीयत ना बनवाने से आपके जाने के बाद प्रियजनों और सगे-संबंधियों को आपकी मर्जी के मुताबिक संपत्ति मिलना मुश्किल हो सकता है।
6. नियमित आय के लिए प्लानिंग करके जाएं- 
इस बारे में कुछ सामान्य बातों की जानकारी रखें-
अ. रिटायरमेंट के बाद अपने लिए बहुत बड़ा घर रखकर उसकी देखभाल में ही सारा वक्त जाया करने से बेहतर है कि ऐसे घर को किराए पर देकर नियमित आमदनी का आनंद उठाएं।
ब. सारी पूंजी पहले से ही अपने बेटे-बेटी, संबंधियों, ट्रस्ट, मंदिर को ना दे दें। अपनी वसीयत के माध्यम से अपनी संपत्ति को देना बेहतर रणनीति हो सकती है।
स. नए प्रयोग ना करें- अपने रिटायरमेंट के बाद बची पूंजी को शेयर बाजार, कमोडिटी में लगाकर नए प्रयोग करने से बचें। साथ ही 60 साल के बाद नया कारोबार शुरू करने के लिए रिटायरमेंट फंड का इस्तेमाल करना भारी जोखिम भरा हो सकता है।
रिटायरमेंट प्लानिंगः
रिटायरमेंट के बाद आपकी जिंदगी उत्साह से भरी हुई और शांतिपूर्ण होनी चाहिए। अगर आपकी रिटायरमेंट प्लानिंग सही नहीं हो तो आप इन सुनहरे पलों को ठीक से जी नहीं पाएंगे। इसलिए जरूरी है कि आप अपने जीवन के कामकाजी पलों में ही रिटायरमेंट प्लानिंग के लिए थोड़ा समय निकालें। ऊपर बताई गई बातें का पालन करने पर आपका रिटायरमेंट के बाद का जीवन निश्चित तौर पर सुकून के साथ कटेगा।



Dr. Mandhata Singh
From Kolkata (INDIA)

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http://aajkaitihas.blogspot.in/
THANKS

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