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THE HIMALAYAN DISASTER: TRANSNATIONAL DISASTER MANAGEMENT MECHANISM A MUST

We talked with Palash Biswas, an editor for Indian Express in Kolkata today also. He urged that there must a transnational disaster management mechanism to avert such scale disaster in the Himalayas. http://youtu.be/7IzWUpRECJM

THE HIMALAYAN TALK: PALASH BISWAS TALKS AGAINST CASTEIST HEGEMONY IN SOUTH ASIA

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Wednesday, September 28, 2011

Fwd: सभी न्यूज़ चैनल और अखबारों में सभी पत्रकार इसकी सखोल चर्चा करेंगे ?



---------- Forwarded message ----------
From: aware aware <aware123456@gmail.com>
Date: 2011/9/28
Subject: सभी न्यूज़ चैनल और अखबारों में सभी पत्रकार इसकी सखोल चर्चा करेंगे ?


नमस्तेजी,
मै एक आम आदमी के नाते सभी बिल्डरोसे पूछना चाहता हु , की शहर में फ्लैट खरीदने की और उसमेसे 
पैसा बनाने की जो craze बढ़ गयी है , क्या वह सही है, जहा पर पुराने एक मंजिले घर होते थे , उनको गिरा कर के 
चार मंजिला इमारते आपने बनवाई , अभी मै ४० साल का हु, हमारी पीढ़ी मेही मैंने देखा है की अब मेरे बचपन में १० साल की उम्र में 
जो नयी इमारते बनी थी वह भी ख़राब quality सामान के कारण आज फिरसे तोड़ने की आफत आई है , अभी आप बोलेंगे उसका लाइफ उतना ही है ,
लेकिन ठाणे मुंबई में बहोतसे पुराने एक, तीन मंजिला chawl type इमारते १००-१५० साल के बाद भी थोडीसी मरम्मत के बाद शान से खड़ी है,
खास निरिक्षण के बाद ऐसा पता चलता है की नए टाईप के मकान पुराने इमारतों के मुकाबले ज्यादा टिक नहीं पाते, कारण कुछ भी हो लेकिन आज जो 
मकान बांधने की और उसे खरीद्के पैसा बनाने की race चल रही है , क्या वह सही है ? यह ठीक सोचके flat खरीदले , क्योंकि ईमारत बनानेवाले तो पैसा बनाने केलिए बैठे ही है, लेकिन आम आदमी यह सोचना चाहिए की दो मंजिला इअमारत थी उसको गिरा कर चार मंजिला बन गई , चार मंजिला गिरा कर आठ,दस मंजिला बन गई है , लेकिन आज अब जिसमे तुम पैसा डाल रहे हो , उसको गिराकर क्या बीस मंजिला इमारत बन सकती है क्या ?
उतना कारपेट एरिया नहीं है तो इसका उत्त नहीं ऐसा ही आयगा , क्योकि जिस तरीके से इमारते खड़ी की जा रही है , इस उपाय का कुछ तो अंतरिम 
limit है , उसके बाद आप वह पुराने ईमारत का क्या करेंगे ? क्योंकि भलेही आप उपरसे ईमारत को maintain करेंगे लेकिन ऐसा है की कोंक्रिट कुछ साल 
के बाद अपनी सही chemical properties  छोडके वह ढीला पद जाता है ? तभी आप उपरसे ने कोंक्रिट लगाकर कुछ फायदा नहीं होता. और मनो आपको उपासे कोंक्रिट लगाना भी चाहते है तो भी जमीं के निचे जो FOUNDATION जो है उसकी मरम्मत आप कैसे करेंगे , अगर FOUNDATION का सीमेंट कुछ साल बाद ढीला पड़ जाये तो , ऊपर के मंजिलोका MAINTAINCE करके कुछ फायदा नहीं है , ऐसा एक आम आदमी के नाते मुजे लगता है , - जागो ग्राहक सोचो - क्या ऊपर जो सवाल उठाए गए है उसका सही उत्तर आपको मिल रहा है ? ईमारत बनाने वाले तो कुछ भी बोलेंगे क्योंकि वह तो बेचने के लिए बैठे है , लेकिन जिसमे आप पैसा लगा रहे हो खासकर १० मंजिला ईमारत , उसकी तिस साल के बाद क्या हालत होनेवाली है आपको पता है ? क्योंकि नए ज़माने के इमारतों की लाइफ सही मरम्मत के बाद भी सिर्फ ३५-४० साल होती है ऐसा बोला जाता है . ऐसा अख़बार में मैंने पढ़ा है , क्यंकि जैसा उपर कहा है की ४० साल के बाद कोंक्रित अपनी CHEMICAL PROPERTIES गवा देता है , खो चूका होता है जिसके कारन वह ALMOST मिटटी के जैसा हो जाता है , क्या यह सही है इसका जवाब ईमारत बनाए वाले दे सकते है क्या ? दुबई , शांघाय में ऐसी इमारते है लेकिन दुबई मैंने देखा है की वह बारिश बिलकुल न के बराबर होती है , और भारत में बारिश के कारन ही इमारतों का बहुत नुकसान होता है उसके कारन ईमारतो का लाइफ कम हो जाता है. तो इसका तो कोई उपाय नहीं है ना . और उपरसे भारत में सभी जगह भ्रष्टाचार है ही, तो बेचारा आम आदमी इसमें मर रहा है.    तो इस विषय पर जन जागरण के लिए मेरी सबसे यह विनती है की यह इमेल आप अपने सभी मित्र परिवार वालोको भेज दे , ताकि सभी न्यूज़ चैनल और अखबारों में सभी पत्रकार इसकी सखोल चर्चा करेंगे , 




--
Palash Biswas
Pl Read:
http://nandigramunited-banga.blogspot.com/

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