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THE HIMALAYAN DISASTER: TRANSNATIONAL DISASTER MANAGEMENT MECHANISM A MUST

We talked with Palash Biswas, an editor for Indian Express in Kolkata today also. He urged that there must a transnational disaster management mechanism to avert such scale disaster in the Himalayas. http://youtu.be/7IzWUpRECJM

THE HIMALAYAN TALK: PALASH BISWAS TALKS AGAINST CASTEIST HEGEMONY IN SOUTH ASIA

THE HIMALAYAN TALK: PALASH BISWAS TALKS AGAINST CASTEIST HEGEMONY IN SOUTH ASIA

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Saturday, September 20, 2014

ह्ल्ला बोल, बिस्तर गोल कि जागने लगी युवाशक्ति और कोलकाता फिर हुआ महाजुलूस का महानगर कि सत्तर दशक खत्म हुआ नहीं अभी। बहरहाल धर्मोन्मादी अश्वमेधी घोड़ों की टापें स्तंभित हैं।धर्मयुद्ध के रथ बेलगाम है।अबाध पूंजी प्रवाह। और पीपी माडल मुक्तबाजारी सत्ता के खिलाफ चूंकि हमारे बच्चे बारिश में भींज रहे हैं। पलाश विश्वास

ह्ल्ला बोल, बिस्तर गोल

कि जागने लगी युवाशक्ति और कोलकाता फिर हुआ महाजुलूस का महानगर कि सत्तर दशक खत्म हुआ नहीं अभी।


बहरहाल धर्मोन्मादी अश्वमेधी घोड़ों की टापें स्तंभित हैं।धर्मयुद्ध के रथ बेलगाम है।अबाध पूंजी प्रवाह। और पीपी माडल मुक्तबाजारी सत्ता के खिलाफ चूंकि हमारे बच्चे बारिश में भींज रहे हैं।


पलाश विश्वास


ह्ल्ला बोल,बिस्तर गोल कि जागने लगी युवाशक्ति और कोलकाता फिर हुआ महाजुलूस का महानगर कि सत्तर दशक खत्म हुआ नहीं अभी।


हमारा जीना जैसे सार्थक हुआ आज कोलकाता में महाजुलूस की वापसी देखकर।


हमारी आंखें जो तड़प रही थी बीते हुए सत्तरदशक की वर्गहीन उद्दाम छात्रशक्ति की प्रतीक्षा,उन्हें चैन मिला आज।


मुक्तबाजारी तानाशह कारपोरेट वर्चस्ववादी आदमखोर बलात्कारी सत्ता के खिलाफ कोलकाता में भारी वृष्टिपात के मध्य नंदन अकादमी से शुरु राजभवन तक जारी युवाओं के जनविद्रोह के तमतमाया चेहरे पचास हजार हैं कि एक लाख,या लाखों,अंदाजा लगाना मुश्किल है,महाजुलूस जो शुरु होकर समुंदर में तब्दील है,उसमें धाराएं धाराप्रवाह है।


जेल की दीवारें कम पड़ेंगी इन्हें कैद करने के लिए।


चांदमारी के लिए गोलियां भी कम पड़ेंगी क्योंकि प्रकाश्य राजपथ पर सलवा जुडु़म असंभव है।


तो हो सकता है कोलकाता में भी कल परसो पूर्वोत्तर कश्मीर की तरह लागू हो जाये सशस्त्र सैन्यबल विशेषाधिकार कानून।


हर बच्ची का तब नाम बदलकर नाम हो सकता है इरोम शर्मिला।जैसे सत्तर के धशक में इसी कोलकाता के राजपथ पर नारे बुलंद हुए अमेरिकी साम्राज्यवाद के खिलाफ वियतनाम आमापर नाम वियतनाम तोमार नाम।


जो नारा बदलकर नारा बना तोमार नाम आमार नाम नंदीग्राम तो अब देशभर का नारा है तोमार नाम आमार नाम यादवपुर।


उसी अमेरिकी साम्राज्यवाद के खिलाफ ,जिसके एजेंट सब एजेंट हमारे शासक हैं।


पारदर्शी कपड़ों में सजा नवधनाढ्य शासकवर्ग ने उसी अमेरिकी साम्राज्यवाद के हवाले कर दिये सबकुछ।सारे संसाधन नीलामी पर।नीलामी पर लोकतंत्र।नीलामी पर संप्रभुता। नीलामी पर देश।


नालेज इकोनामी के जरिये जो गुलामी का परिवेश है ,वह किरचों में बिखर भी सकता है ,देखोकि मुक्तिकामी छात्र युवाशक्ति फिर सड़कों पर है और हमारे बच्चे परबल वृष्टिपात में भींज रहे हैं।


बहरहाल धर्मोन्मादी अश्वमेधी घोड़ों की टापें स्तंभित हैं।

धर्मयुद्ध के रथ बेलगाम है।अबाध पूंजी प्रवाह।


और पीपी माडल मुक्तबाजारी सत्ता के खिलाफ चूंकि हमारे बच्चे बारिश में भींज रहे हैं।


मेयोरोड पर पुलिस ने बहुआयामी बेरीकैड लगाकर युद्धक तरीके से छात्रों को राजभवन के सिंहद्वार पहुंचने से फिलहाल रोक लिया है।


और मेयो रोड की गांधी प्रतिमा के चारों तरफ जनसमुद्र है कोलकाता की गली गली में, बंगाल के कोने कोने में गूंज रहा है एक ही नारा हल्ला बोल,हल्ला बोल।


दिक्दिगंत गूंज रहा है लेकिन टीवी जिंगलवृंदगान के मध्यहल्ला बोल हल्ला बोल।


छात्र आंदोलन का अराजनीतिक चेहरा फिर वापस लौटा है।

बदलाव के ख्वाब फिर वापस हैं।

फिर नींद हराम हो रही है सत्ता की और फिरजुलूसों के खिलाफ साजिशों की महफिलें

शबाब पर है और सत्ता गलियारे में शारदा की कृपा है,शराब की नदियां हैं।


इसी जुलूस में सत्तर के दशक के लाखों लाख मृत चेहरों का पुनरूत्थान से साक्षात्कार हो गया आज।


मृत नवारुण दा जैसे अपनी पूरी फैताड़ुफौज के साथ सत्ता केंद्र पर हल्ला बोल रहे हों।

जैसे वैश्विक बंदोबस्त की चूलें हिलाने के लिए वर्गीय ध्रूवीकरण की फ्रासीसी क्रांति में राजपथ,जनपथ,पगडंडियां और मेढ़े एकाकार हों।


यह सिलसिला जारी रहा तो फिर जागेंगे खेत और खलिहान।सारे कब्रिस्तान और श्मशानों से गूंजेगी प्रतिरोध की आवाजें।


हम उन्हींके लिए जी रहे थे,जो आज राजपथ पर हैं।


हमारे जो बच्चे राजपथ पर जलमग्न कलकाता में भारी बरसात में मुट्ठियां ताने मानवबंधन बनाये भींज रहे हैं,हम दरअसल उन्हीके लिए तो जीते हैं और मरते भी हैं उन्हीं के लिए।


जो मासूम सुंदर कोमल निष्पाप फूल जैसे हमारे बच्चे भींज रहे हैं आज वे ज्वालामुखी के मुहाने पर खड़े पुर जोर चीख रहे हैं इस अन्याय और असम व्यवस्था,राज्यतंत्र के खिलाफ।हम उन्हींके लिए जी रहे थे,जो आज राजपथ पर हैं।



वे दरअसल हमारे लिए भींज रहे हैं।

वे अब लाठियों से डर नहीं रहे हैं।


हमारी फूल जैसी बच्चियां अब छुट्टे सांढ़ों से डर नहीं रही हैं वे उनकी सींगें उखड़ने को मोर्चाबंद हैं।


वे लाठी गोली खा सकते हैं लेकिन अब वे चुप नहीं बैंठेंगे।

हमारी नामर्द चुप्पी टूटने का इंतजार नहीं करेंगे बारिश में भींजते वे बच्चे हमारे ही।


वे हमारे अतीत हैं और भविष्य भी जो वर्तमान में हमारे नेतृत्व के लिए आगे बढ़ रहे हैं हाथों में हाथ।


अस्मिताओं को तार तार करके ,जाति नस्लभेद की धज्जियां उड़ाकर,तमाम झंडे और रंग छोड़कर न्याय के लिए,लोकतंत्र के लिए,मानवाधिकार और स्वतंत्रता के लिए।


भारी वृष्टिपात में हमारे बच्चे भींज रहे हैं।पानी से लथपथ पुलिसिया बंदरघुड़कियों के जवाब में पालथी मारकर बैठे हैं हमारे बागी बच्चे।


जो टैब और इंटरनेट में निष्णात होकर नष्ट हो जायें,ई अभिमन्यु बनकर समाजवास्तव से कटकर ऊंची पगार के दल्ला बन जायें या उपभोक्ता बनकर भोग कार्निवाल में नाचेंग, अंधेरे बाक्स में गुम हो जाये,ऐसी नालेज इकानामी का चकाचौंधी तिलिस्म गढ़कर शासक जनसंहार के खेल में निरंकुश है।


बच्चों ने सेबगाड़ी उनकी पलट दी,उलट दिये राजनीतिक वोटबैंक समीकरण और हाथों में हाथ रखकर गिटार,ड्रम,नगाडे़ और तमाम जाने अनजाने वाद्ययंत्र के सहारे जो जादवपुर में गीत गाते हुए पुलिस की लाठियां झेलते हुए गीत गा रहे थे,उन गीतों की गूंज अब पूरे कोलकाता में है ,देश भर में है।हल्ला बोल हल्ला बोल।


बत्ती गुल करके जिन बेटियों की लज्जा पर हमला हुआ,उनकी आवाज बनकर राजपथ पर जलमग्न कोलकाता में तलवार की तरह चमक रही हैं हमारी सारी बेटियां।वे बिजली बनकर गिरेंगी तो बदल देंगी सबकुछ।वे हमारी बेटियां।हल्ला बल हल्ला बोल।


कल आधी रात के करीब कैंपस से बेटे एक्सकैलिबर ने इस ज्वालामुखी के महाने से हो रही हलचल की खबर दी थी।खबर दी थी लाठीचार्ज में विकल हो रहे बच्चों के हालात के बारे में।वीडियो फुटेज और मेडिकल रपटों के बारे में बताया था।


आज जुलूस में यादवपुर,खड़गपुर आईआईटी जेएनयू प्रेसीडेंसी कोलकाता वर्दवान,विश्वभारती जैसे तमाम विश्वाद्यालयों ,तकनीकी शिक्षा प्रतिष्ठानों, शिक्षा निकेतन जैसे पारंपारिक शिक्षा संस्थानों से ,सेंट जेवियर्स से,देशभर से राज्यभर से आये छात्र नारे लगाते हुए गीत गाते हुए सत्ता प्रतिष्ठान पर हल्ला बोल दिया है,उसे चाक्षुस देखने पर भी भरोसा नहीं हो रहा है कि कैसे वर्गीय ध्रवीकरण और समामाजिक उत्पादक शक्तियों की गोलबंदी से किरचों में बिखर सकता है मुक्तबाजारी तिलिस्म का तामझाम,तंत्र मंत्र यंत्र।


हमारे बच्चे बारिश में भींज रहे हैं क्योंकि हमारी बेटियां,हमारी माताएं और हमारी बहनें सांड़ संस्कृति में कहीं भी सुरक्षित नहीं है।


पुरुषतांत्रिक सत्ता के खिलाफ प्रतिरोध बनकर हमारे बच्चे बारिश में भींज रहे हैं।


देशवासियों,कुछ तो शर्म करो कि बच्चे समता और न्याय के लिए हजारों लाखों की तादाद में बारी बरसात के जलमग्न कोलकाता के राजपथ पद्मप्रलय मध्ये अग्निपुष्प बनकर खिल रहे हैं और हम उनके समर्थन में एक लफ्ज तक खर्च करने को तैयार नहीं है।


एफडीआई खाये राष्ट्रीय अंग्रेजी मीडिया भाषाई मीडिया पर हो सकें तो थूको जो कोलकाता के राजपथ पर उमड़ रहे जनसैलाब के बजाय मिथ्या युद्धोन्माद का रसायन बना रहे हैं या देश भर में चुनावी समीकरण बना बिगाड़ रहे हैं या बाजार का माल बेच रहे हैं या सिर्फ देह व्यवसाय टीआरपी में निष्णात हैं।


हमारे भीगते बच्चों तके तमतमाये चेहरे उन्हें दीक नहीं रहे हैं।


उन्हें नजर नहीं आता मोर्चाबंद वरनमवन के भढ़ते कदम के पीछे पीछे बह निकल रहा है लावा,जो सभ्यता का इतिहास भूगोल बदल देगा यकीनन।


यादवपुर विश्वविद्यालय में जो नंदीग्राम और रवींद्र सरोवार दोहराकर दीदी ने छोटी सी घटना बताकर समूची छात्र युवा शक्ति को हवा में उड़ाना चाहा,वही नंदीग्राम वरनम बन बनकर मोर्चाबंद है एकाधिकारवादी बाजारु सत्ता के खिलाफ।

মেয়ো রোডে পুলিস আটকাল মিছিল, উপাচার্য না পদত্যাগ করা পর্যন্ত অবস্থানের ঘোষণা পড়ুয়াদের

এবিপি আনন্দ ওয়েব ডেস্ক

Saturday, 20 September 2014 02:36 PM

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যাদবপুর বিশ্ববিদ্যালয়ের আন্দোলনকারীদের ওপর পুলিশি নির্যাতনের প্রতিবাদে  পথে পড়ুয়ারা। বৃষ্টিকে উপেক্ষা করে শহরের রাজপথে জনজোয়ার। নন্দন চত্বর থেকে মিছিল বের হয়। স্লোগানে-প্রতিবাদে মুখর পড়ুয়ারা। যাদবপুর বিশ্ববিদ্যালয়ের পাশাপাশি মিছিলে সামিল অন্যান্য কলেজ-বিশ্ববিদ্যালয়দের ছাত্রছাত্রীরাও। দুপুর ২টো নাগাদ মিছিল শুরু হয় নন্দনের সামনে থেকে। গন্তব্য ছিল রাজভবন। বিকেল সাড়ে তিনটে নাগাদ, মিছিল যখন জওহরলাল নেহরু রোডে, তখনও মিছিলের শেষ অংশ অ্যাকাডেমির কাছে। তখনও মিছিলে যোগ দিচ্ছেন পড়ুয়ারা। এদিকে, মিছিল মেয়ো রোডের কাছে মিছিল আটকে দিয়েছে পুলিশ। ছাত্রদের একটি প্রতিনিধিদল রাজ্যপালের কাছে যাবে। কিন্তু পড়ুয়ারা সাফ জানিয়েছেন, উপাচার্য, সহ উপাচার্য এবং রেজিস্ট্রার পদত্যাগ না করা পর্যন্ত তাঁরা মেয়ো রোডেই অবস্থান করবেন।

যাদবপুরকাণ্ডের প্রতিবাদে অব্যাহত রয়েছে গোটা শহরেই। এদিন সকাল থেকেই প্রতিবাদে সোচ্চার কলেজ পড়ুয়ারা। যাদবপুরের উপাচার্যের অপসারণ ও পুলিশি বর্বরতার নিন্দায় মৌন মিছিল। সকালে গোলপার্ক থেকে এই মিছিল শুরু হয়।  যাদবপুর বিশ্ববিদ্যালয়ের সামনে থেকে ঘুরে গোলপার্কের কাছে মিছিল শেষ হয়। মিছিলে পা মেলান বিভিন্ন কলেজের পড়ুয়ারা। মুখে কালো কাঁপড় বেঁধে ঘটনার তীব্র নিন্দা করেন তাঁরা।

এদিকে, যাদবপুরের ঘটনার প্রতিবাদে দিল্লিতেও জওহরলাল নেহরু বিশ্ববিদ্যালয়ের পড়ুয়ারাও মিছিল করছেন বলে জানা গেছে।

যাদবপুরের পাশে প্রেসিডেন্সি ছাত্রদের লালবাজার অভিযান, মিছিল এপিডিআর-এরও

এবিপি আনন্দ ওয়েব ডেস্ক

Friday, 19 September 2014 08:04 PM

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যাদবপুরকাণ্ডের প্রতিবাদে ক্রমেই সুর চড়াচ্ছে গোটা শহর। একদিকে, যাদবপুরের আন্দোলনকারীদের পাশে প্রেসিডেন্সির পড়ুয়ারা। আরেকদিকে উপাচার্যের অপসারণের দাবিতে রাজপথে এপিডিআর।

শুক্রবার বিকেলে প্রেসিডেন্সি বিশ্ববিদ্যালয়ের ক্যাম্পাসে জড়ো হন পড়ুয়ারা। তারপরে লালবাজারের উদ্দেশ্যে এগিয়ে যায় ধিক্কার মিছিল। দোষী পুলিশ কর্মীদের কড়া শাস্তির দাবিতে সরব হন তাঁরা।

লালবাজারের আগেই বিবি গাঙ্গুলি স্ট্রিট ও ফিয়ার্স লেনের সংগযোগস্থলে মিছিল আটকে দেয় পুলিশ। রাস্তার ওপর বসে পড়ে বিক্ষোভ গর্জে ওঠে পড়ুয়ারা। লালবাজারের অদূরেই পুলিশ কমিশনারের দেওয়া বহিরাগত-তত্ত্বকে খারিজ করে দেন তাঁরা।

এরপর আন্দোলনকারীদের পক্ষ থেকে লালবাজারে গিয়ে যুগ্ম পুলিশ কমিশনার সদর রাজীব মিশ্রের কাছে স্মারকলিপি জমা দেয় ৫ সদস্যের প্রতিনিধি দল। পরে তারা জানিয়ে দেয়, যাদবপুরে পুলিশি তাণ্ডবের প্রতিবাদে আন্দোলন চলবে।

এরআগে, যাদবপুরের উপাচার্যের পদত্যাগের দাবিতে পথে নামে এপিডিআর। দুপুর ২টোয় কলেজ স্কোয়ারে জমায়েতের ডাক দেওয়া হয়।  কিন্তু, কর্মীরা গিয়ে দেখেন, কলেজ স্কোয়ারের গেটে তালা। গত সোমবার সারদাকাণ্ডে জমায়েতের ডাক য়ে সুবোধ মল্লিক স্কোয়ারে একই অভিজ্ঞতার মুখোমুখি হতে হয়েছিল বামেদের। এবারও সেই একই ঘটনা। এপিডিআর-এর অভিযোগ, বিরোধীদের কণ্ঠরোধ করতেই প্রশাসনের এই কৌশল।

অবশেষে নির্ধারিত সময়ের একঘণ্টা পরে মিছিল শুরু হয়। সেই মিছিলে পা মেলায় ওয়েস্টবেঙ্গল গর্ভনমেন্ট এমপ্লয়িজ ইউনিয়ন ও চিটফান্ড সাফারার্স ইউনিয়নও। সারদাকাণ্ডে দোষীদের গ্রেফতারের দাবিতেও সরব হয় তারা। অবশেষে এস এন ব্যানার্জি রোড হয়ে পুরসভার কাছে মিছিল শেষ হয়।

Jadavpur University molestation: Students hold massive rally in Kolkata over police action

Kolkata: A massive rally by students and teachers of Jadavpur University hit the streets of the rain drenched Kolkata on Saturday afternoon. Protests have been raging against police action on agitating students inside the campus which left over 30 injured on Wednesday morning.

The rally, which started from Nandan complex which is the city's cultural hub, was headed for the Raj Bhavan when it was intercepted midway on Mayo Road. A delegation from the protestors is scheduled to meet Bengal Governor KN Tripathi. Tripathi has met VC Abhijit Chakraborty, state education minister Partha Chatterjee and has gathered reports from the Kolkata Police Commissioner and state Home Secretary on the police action that was taken on the day.

Having held the university's Vice Chancellor responsible for ushering police inside the campus, the students have been demanding his resignation. The university authorities, however, maintain that they made no mistake in hollering the police inside the campus and the VC has ruled out any chances of his resignation.

Jadavpur University molestation: Students hold massive rally in Kolkata over police action

Having held the university's Vice Chancellor responsible for ushering police inside the campus, the students have been demanding his resignation.

While Chief Minister Mamata Banerjee has indirectly referred to the incident as a 'minor' issue, the state government has thrown its weight behind the VC.

The father of the alleged molestation victim, for whom the students were demonstrating before the police action took place, has also held the VC responsible for the fiasco and had appealed for Mamata Banerjee's intervention in the matter.

LIVE UPDATE: প্রতিবাদ-প্রতিবাদ-প্রতিবাদ

LIVE UPDATE: প্রতিবাদ-প্রতিবাদ-প্রতিবাদ

বিকেল ৪টে ৪২: উপাচার্য পদত্যাগ না করা পর্যন্ত অবস্থান চালিয়ে যাওয়ার সিদ্ধান্ত ছাত্র-ছাত্রীদের।

বিকেল ৪টে ৩০:   রাজ্যপালের সঙ্গে দেখা করতে রাজভবনে গেলেন ৮ জন ছাত্রের প্রতিনিধি দল।

বিকেল ৪টে: অবস্থানে অনড় ছাত্ররা। মিছিল আটকে দিয়েছে পুলিস।

৩টে ৫৫: মেয়ো রোডে অবস্থানে বসেছে ছাত্রছাত্রীরা।

৩টে ৫০:  মেয়ো রোডে আটকে দেওয়া হয়েছে। সেখান থেকে ৫ জনের প্রতিনিধি দল দেখা করবেন রাজ্যপাল তথা বিশ্ববিদ্যালয়ের আচার্যের সঙ্গে।

৩টে ৪৫: গান্ধী মূর্তির সামনে  মিছিল আটকে দিল পুলিস. মেয়ো রোডের সামনে বিশাল পুলিস ব্যারিকেড। চার স্তরের পুলিসি ব্যারিকেড। ৩০০০   পুলিস মোতায়েন।

Kolkata: Students protest against Jadavpur University incidentpic.twitter.com/0EEyvbYu8B

— ANI (@ANI_news) September 20, 2014

বেলা ৩টে ১০:  মেট্রো চ্যানেলে মিছিলে আটকে দেওয়া হতে পারে।

বেলা ৩টে: মিছিল এল টাটা বিল্ডিং পর্যন্ত।

২টো ৩৫: কলকাতায় আজ মহামিছিল। বৃষ্টি অপেক্ষা করে মিছিল রাজপথে।

দুপুর ২টো ৩০:   মিছিল এগিয়ে যাচ্ছে রাজভবন পর্যন্ত।

দুপুর ২টো ০৩: নন্দনের সামনে মহামিছিলের প্রস্তুতি

দুপুর ২টো: যাদবপুর বিশ্ববিদ্যালয়ে অচলাবস্থা অব্যাহত। ক্লাস বয়কটের সিদ্ধান্তেই অনড় রয়েছেন ছাত্রছাত্রীরা। উপাচার্যের অপসারনের দাবিতে চলছে আন্দোলন। যাদবপুর কাণ্ডের প্রতিবাদে আজ সকালে গোলপার্ক থেকে মিছিল করেন শহরের বেশকয়েকটি কলেজের পড়ুয়ারা।


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