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THE HIMALAYAN DISASTER: TRANSNATIONAL DISASTER MANAGEMENT MECHANISM A MUST

We talked with Palash Biswas, an editor for Indian Express in Kolkata today also. He urged that there must a transnational disaster management mechanism to avert such scale disaster in the Himalayas. http://youtu.be/7IzWUpRECJM

THE HIMALAYAN TALK: PALASH BISWAS TALKS AGAINST CASTEIST HEGEMONY IN SOUTH ASIA

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Wednesday, September 23, 2015

https://youtu.be/RzOP3sXnzbY Let Me Speak Human! Sabita Babu Breaks Good News!हमारे वीरेनदा सही सलामत हैं और होश में है।आपरेशन उनका सही हो गया है।अब सविता बाबू को लाइव सुनिये।

https://youtu.be/RzOP3sXnzbY Let Me Speak Human! Sabita Babu Breaks Good News!हमारे वीरेनदा सही सलामत हैं और होश में है।आपरेशन उनका सही हो गया है।अब सविता बाबू को लाइव सुनिये।



-- पलाश विश्वास

परसो रात वीरेनदा  की तबीयत अचानक कंदे की नस फट जाने से बिगड़ गयी तो बरेली के राममूर्ति अस्पताल में उन्हें दाखिल किया गया।जहां उनका आपरेशन कामयाब हो गया।खून जो बह रह था ,वह थम गया।
सुधीर विद्यार्थी ने कल सुबह खबर की थी ।यशवंत ने ब्यौरा बताया तो दिनेश जुयाल जो रातभर उनके साथ थे और खतरा टलने के बाद ही घर लौटे और कल और आज उनसे बाते होती रहीं और उनने कहा दिया कि वीरेनदा आईसीयू में हैं और होश में है।

कल भाभी से संपर्क न हो पाया।आज वीरेनदा का नंबर डायल करते ही भाभीजी ने बताया कि वे सही सलामत हैं।होश में हैं और बोल भी रहे हैं।उनकी हालत सुधर रही है।

भाभी से बात होने के पांच मिनट बाद फिर वीरेनदा के मोबाइल से फोन आया और मुझे लगा कि वीरेन दा खुछ बोल रहे हैं।

क्या बोले सुनायी नहीं पड़ा।

वे बोलना और लिखना चाहते हैं खूब।

फिलहाल हम उनके ठीक होने का इंतजार कर रहे हैं और इसलिए उन्हें दोबारा फोन भी नहीं लगाया बहुत इच्छा होने के बावजूद।

दिनेश ने बताया कि वीरेनदा का दिमाग बिल्कुल चुस्त है और तेवर वही,जैसे कुछ हुआ ही नहीं है।

हमने कहा कि यही उनकी ताकत है।
सही मायने में मौत से पंजा लड़ा रहे हैं हमारे समय के बेहतरीन कवि हमारे अपने वीरेनदा।वे हारेंगे नहीं और न हम हार मानने वाले हैं।

दिनेश हमारे साथ 1984 में प्रभात खबर में थे रांची में तो 1990 में वे मेऱठ और मैं बरेली में अमर उजाला में थे।इन दिनों वे बरेली अमरउजाला में हैं।बरसों बातें नहीं हुईं।

वीरेनदा के लिए हम पुराने दोस्तों में बातचीत चल पडी है और अब गपशप भी होगा।

हाल में मंगलेश दा भी सही सलामत अस्पताल से लौट आये हैं।

अभी पूरी लड़ाई बाकी है।

सविता बेहद बेचैन थीं।

हमने कहा कि आप ही लोगों को बताओ।उनकी रिकार्डिंग में स्पीकर टूट गया तो हमने कहा कोई बात नहीं,बिना स्पीकर बोलो।

फिलहाल फिक्र करने की जरुरत नहीं है।

तुर्की और प्रफुल्ल वहां हैं भाभी के साथ तो बरेली वाले भी साथ हैं।

अब सविता बाबू को लाइव सुनिये।

बिना स्पीकर के बोली हैं तो सुनने के लिए साउंड तनिको तेज कर लें।

कहना तो बहुत कुछ चाहती थीं,लेकिन कम बोली हैं।
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