Total Pageviews

THE HIMALAYAN DISASTER: TRANSNATIONAL DISASTER MANAGEMENT MECHANISM A MUST

We talked with Palash Biswas, an editor for Indian Express in Kolkata today also. He urged that there must a transnational disaster management mechanism to avert such scale disaster in the Himalayas. http://youtu.be/7IzWUpRECJM

THE HIMALAYAN TALK: PALASH BISWAS TALKS AGAINST CASTEIST HEGEMONY IN SOUTH ASIA

THE HIMALAYAN TALK: PALASH BISWAS TALKS AGAINST CASTEIST HEGEMONY IN SOUTH ASIA

Twitter

Follow palashbiswaskl on Twitter

Tuesday, July 3, 2012

Fwd: [Right to Education] आयकर रिटर्न की ई-फाइलिंग के बारे में अधिसूचना



---------- Forwarded message ----------
From: Vilaschandra Kabra <notification+kr4marbae4mn@facebookmail.com>
Date: 2012/7/3
Subject: [Right to Education] आयकर रिटर्न की ई-फाइलिंग के बारे में अधिसूचना
To: Right to Education <167844673250090@groups.facebook.com>


आयकर रिटर्न की ई-फाइलिंग के बारे में अधिसूचना...
Vilaschandra Kabra 12:24pm Jul 3
आयकर रिटर्न की ई-फाइलिंग के बारे में अधिसूचना
केन्‍द्रीय प्रत्‍यक्ष कर बोर्ड ने 28 मार्च, 2012 को एक अधिसूचना जारी की थी, जिसके अनुसार आकलन वर्ष 2012-13 के लिए आयकर रिपटर्न ई-फाइलिंग के जरिए भरना निम्‍न श्रेणियों के लिए अनिवार्य कर दिया गया था।

• कोई व्‍यक्ति या अविभक्‍त हिन्‍दू परिवार, जिसकी कुल आय, या पिछले वर्ष की कुल आय जिस पर आयकर आकलन किया जाना है, 10 लाख रूपये से अधिक है, और

• कोई व्‍यक्ति या अविभक्‍त हिन्‍दू परिवार, निवासी होने के नाते, जिसकी भारत से बाहर परिसंपत्तियां हैं (किसी संस्‍था में आर्थिक हितों सहित) या भारत से बाहर किसी खाते में हस्‍ताक्षरधारी है और जिसे प्रपत्र आईटीआर-2 या आईटीआर-3 या आईटीआर-4 में आयकर रिटर्न भरना है।

लेकिन इन करदाताओं के लिए डिजिटल हस्‍ताक्षर अनिवार्य नहीं होंगे और वे आयकर रिटर्न का विवरण इलेक्‍ट्रानिक तरीके से भी भेज सकते हैं और बाद में रिटर्न का सत्‍यापन प्रपत्र आईटीआर-5 में भेज सकते हैं।

डिजिटल हस्‍ताक्षरों के साथ आयकर रिटर्न की ई-फाइलिंग पहले से ही जिनके लिए अनिवार्य है, वे हैं – वह कंपनी, जिसे प्रपत्र आईटीआर-6 में रिटर्न भरनी है या फर्म जिसे आईटीआर-5 में रिटर्न भरनी है या कोई व्‍यक्ति या अविभक्‍त हिन्‍दू परिवार जिसे आईटीआर-4 में रिटर्न भरनी है और जिन पर खंड 44एबी की व्‍यवस्‍थाएं लागू हैं। आयकर विभाग को वर्ष 2011-12 में ई-फाइलिंग के जरिए 1.64 करोड़ आयकर रिटर्न के फार्म प्राप्‍त हुए हैं। ई-फाइलिंग आयकर रिटर्न भरने का एक आसान, तेज और सुरक्षित तरीका है। ये फार्म केन्‍द्रीकृत प्रोसेसिंग सेंटर, बंग्‍लूरू (कर्नाटक) में प्रोसेस किए जाते हैं। ई-फाइलिंग के आयकर रिटर्न प्रपत्रों की प्रोसेसिंग बहुत तेजी से होती है और जिनका रिफंड बनता है, उन करदाताओं को जल्‍दी फंड मिल जाता है। जो आयकरदाता ई-फाइलिंग के जरिए आयकर रिटर्न भरते हैं, उन्‍हें आयकर विभाग कुछ और महत्‍वपूर्ण सेवाएं भी उपलब्‍ध कराता है, जैसे रिफंड की जानकारी, आयकर जमा की स्थिति (प्रपत्र 26एएस), ई-मेल और करदाताओं को प्रोसेसिंग और रिफंड की स्थिति के बारे में एसएमएस सूचना आदि।

View Post on Facebook · Edit Email Settings · Reply to this email to add a comment.

No comments:

Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...

PalahBiswas On Unique Identity No1.mpg

Tweeter

Blog Archive

Welcome Friends

Election 2008

MoneyControl Watch List

Google Finance Market Summary

Einstein Quote of the Day

Phone Arena

Computor

News Reel

Cricket

CNN

Google News

Al Jazeera

BBC

France 24

Market News

NASA

National Geographic

Wild Life

NBC

Sky TV